बगेश्वर: बागेश्वर के धैना सिलंगवाड़ी गांव निवासी एसएसबी में दारोगा हेमचंद्र का शव कल देर शाम उनके पैतृक गांव पहुंच गया था। आज एसएसबी के जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। हेमचंद्र के निधन की खबर सुनकर हर कोई सन्न रह गया। गांव के हर व्यक्ति की आंख नम हो गई। लोग कहते हैं कि जब भी वो घर आते थे। गांव के हर व्यक्ति से मिलकर जाते थे। बेहद मिलनसार और व्यवहार कुशल थे।
सशस्त सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के दरोगा हेमचंद्र अधिकारी ने छह फरवरी को गोरखपुर में खुदकुशी कर ली थी। उनकी पत्नी कलावती देवी और परिजन खबर सुनते ही गोरखपुर रवाना हो गए थे। परिजन और एसएसबी के जवान दरोगा के शव को लेकर देर शाम धैना सिलंगवाड़ी गांव पहुंचे। शव पहुंचते ही उनके घर में कोहराम मच गया। ग्रामीणों का कहना है कि एक माह पूर्व हेमचंद्र घर आए थे।
हेमचंद्र की बेटी गीता अधिकारी देहरादून में पढ़ाई कर रही हैं। जबकि उनको बेटा शुभम अधिकारी 11वीं और मोहित 9वीं में कंट्रीवाइड पब्लिक स्कूल गरुड़ में पढ़ाई कर रहे हैं। वो समझ नहीं पा रहे है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि उनके पिता ने ऐसा कदम उठा लिया। परिजन इस हादसे से सदमें हैं। लोग उनको किसी तरह ढांढस बंधा रहे हैं।