हरिद्वार : हरिद्वार की ज्वालापुर पुलिस ने लापता दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार का शव पथरी पावर हाउस से बरामद कर लिया है. पुलिस के अनुसार मृतक के बाएं हाथ पर नस काटने दो निशान मिले हैं जिससे जाहिर होता है कि गंगा में कूदकर से पूर्व पत्रकार ने नस काट कर जान देने की कोशिश की. आत्महत्या में कामयाब ना होने पर गंगा में कूदकर जान दे दी. परिवार के लोग घटना के संबंध में पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है. हैरानी की बात ये है कि गेस्ट हाउस के जिस कमरे में वो रुके थे वहां खून के निशान जरूर मिले हैं।
बताया जा रहा है कि मृतक पत्रकार नवभारत दिल्ली संस्करण का ब्यूरो चीफ थे. फ़िलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के पश्चात परिजनों को सपोर्ट कर दिया है…
जानकारी मिली थी कि एक दिन पहले दिल्ली लपता पत्रकार अपने घर से बिन बताए हरिद्वार आए थे। दिल्ली में उनके परिवार ने गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। जिस गेस्ट हाउस में वो रुके थे, वो बगैर बताए चले गए। मैनेजर ने जब उनका रूम खोलने की कोशिश की गई तो वह लॉक था। मैनेजर ने उनके दिए मोबाइल नंबर पर कॉल की तो सारा मामला सामने आया। मैनेजर ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जब कमरा खोला गया तो पुलिस के होश उड़ गए।
ये हैं बड़े सवाल
कमरे में बेड की चादर और तकिए सहित बाथरूम में खून ही खून पड़ा था. मगर अनुज कुमार गुप्ता रूम में मौजूद नहीं थे। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा खंगाला गया तो अनुज कुमार गुप्ता देर रात गेस्ट हाउस से जाते हुए तो नजर आए। मगर उस वक्त उनके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे औऱ वहीं अब अनुज कुमार गुप्ता का शव पथरी पावर हाउस के पास बरामद किया गया है. जिससे पुलिस जांच में जुट गई है कि आखिर गेस्ट हाउस के रूम में खून किसका क्योंकि सीसीटीवी के मुताबिक वो ठीक बाहर निकले थे औऱ सवाल ये भी है कि उनकी हाथ की नसे किसने काटी या क्या उन्होंने खुद आत्महत्या की और सफल न होने पर गंगा नदीं में छलांग लगाई?