देहरादून: अस्पताल ने डेड बाॅडी पर कब्जा कर लिया है। जी हां ये बात एकदम सही है। देहरादून के कैलाश अस्पताल में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। अस्पताल ने उसका खर्च एक लाख 27 हजार रुपये बताए। अब अस्पताल डेड बाॅडी देने को तैयार नहीं है। अस्पताल का कहना है कि पहले 1 लाख रुपये जमा कराओ, फिर बाॅडी लेकर जाओ। गरीब परिजनों के पास एक रुपये नहीं हैं।
यूपी सहारनपुर के मिरजापुर निवासी राशिद मजदूरी का काम करता है। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। उसे इलाज के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में उसका ऑपरेशन किया गया। इस दौरान उसकी मौत हो गई। अस्पताल ने उसके परिजनों को एक लाख रुपये जमा करने को कहा। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने राशिद के पूरी तरह ठीक होने का दावा किया था।
उनका कहना है कि वो अपना कमान भी गिरवी रख चुके हैं। उससे उनको 55 हजार रुपये मिले थे, जिनको वो अस्पताल को पहले ही दे चुके हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन एक लाख रुपये के लिए अड़ा हुआ है। अस्पताल प्रबंधन ने रुपयों का प्रबंध नहीं होने तक डेड बाॅडी नहीं देने का फरमान सुना दिया, जिससे मृतक के परिजन खासे परेशान हैं।