देहरादून : डोईवाला में आज दरगाह के पास तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि हिंसा फैलाने वाले को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जानकारी मिली कि आरोपी केे खिलाफ कई मुकदमेें दर्ज हैं।
दरअसल 30 दिसंबर को प्रभारी निरीक्षक डोइवाला को फोन से अब्दुल कादिर नामक व्यक्ति ने सूचना दी गयी कि तेलीवाला दरगाह (मजार) के पास किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा तोडफोड और आगजनी की गयी है। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक डोइवाला पुलिस बल के तत्काल घटना स्थल तेलीवाला पहुंचे और घटना के सम्बन्ध में उच्चाधिकारीगणों को सूचना दी गयी। घटना के सम्बन्ध में वादी श्री अजीमुद्दीन पुत्र स्व0 जान मौहम्मद निवासी: तेलीवाला डोइवाला की ओर से दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर थाना डोइवाला पर मु0अ0सं0: 281/19 धारा: 295, 295 क, 380, 427 भा0द0वि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना वउनि महावीर सिंह रावत के सुपुर्द की गयी।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी खुद मौके पर पहुंचे और टीम गठित की। पुलिस टीम को इस घटना में पूर्व में चोरी के अपराध में जेल गये अभियुक्त अनिल कुमार लोधी पुत्र स्व0 जगदीश कुमार निवासी: कुडकावाला, डोईवाला देहरादून के संलिप्त होने की सूचना मिली। घटना के उपरान्त मजार से चोरी किये गये सामान को बांधकर गन्ने के खेत में छिपाने के तरीके को देखते हुए पूर्व चोर अनिल कुमार लोधी की तलाश की गयी तो उसके परिजनों द्वारा बताया गया कि अनिल रात को करीब 1 बजे घर आया था, लेकिन हमारे द्वारा घर का दरवाजा न खोलने पर वह वापस चला गया। सुबह जब वह दोबारा आया तो उसका पैर कटा हुआ था और वह अपने जूते छोडकर अपने भाई के जूते पहनकर चला गया । इस पर पुलिस द्वारा अपने सूचना तन्त्र सक्रिय करते हुए अभियुक्त की तलाश शुरु की और अनिल कुमार लोधी को झबरावाला पुल के पास से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि मैं प्लम्बर का कार्य करता हूं व नशे का आदि हूँ। मेरे पास पैसे नहीं थे, मुझे पता था कि मेरे घर के पीछे खेतों में जो मजार है, उसमें चढावा चढ़ता है। तो मैं वहां रात में चोरी करने के इरादे से चला गया। मजार पर मेरे द्वारा मुख्य गेट का ताला तोडकर अन्दर प्रवेश किया और अन्दर रखे संदूक का ताला तोडकर उसमें रखे पैसे निकाल लिये। रात को बहुत ठण्ड थी, मैने संदूक के अन्दर रखे अखबार व कागज निकालकर आग सेकने के लिए मौके पर जलाकर रात गुजारी और अन्दर रखी चटाई, चादरें व शीशे आदि सामान को पोटली में बांधकर गन्ने के खेत में फेंक दिया। संदूक से मिली पेंच, पत्ती व माला मेैने स्वयं रख ली तथा उसके बाद मैं घर गया तो घरवालों द्वारा मेरे लिये दरवाजा नहीं खोला फिर मैं दुबारा मजार पर चला गया और सारी रात वहीं पर गुजारी। मजार पर जो भी जलाने वाली चीज मुझे मिली, मैने ठण्ड से बचने के लिये जलायी थी। घटना के दौरान पैर में कांच लगने से मेरा पैर जूते समेत कट गया, जिस कारण सबेरे मेरे द्वारा घर जाकर घर पर रखे अपने भाई के जूते पहने और फिर वहां से बाजार के लिये चला गया। बाजार में मैनें डाँक्टर से अपनी पैर में पट्टी करवायी तथा चोरी किये गये पैसों को खर्च कर दिया। *इस घटना के अनावरण में कान्स. देवेन्द्र नेगी और का. दिनेश सिंह की मुख्य भूमिका रही।
वहीं एसएसपी ने घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 2500/- रूपये ईनाम की घोषणा की गयी।
पुलिस टीम
1. राकेश गुंसाई, प्रभारी निरीक्षक डोईवाला
2. महावीर सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक डोईवाला
3. उ0नि0 कमलेश प्रसाद
4. उ0नि0 कुलवन्त सिहं
5. उ0नि0 शांति प्रसाद चमोली
6. उ0नि0 राजेन्द्र सिंह रावत
7. उ0नि0 मुकेश डिमरी
8. कां गब्बर सिंह
9. कां0 धर्मेन्द्र सिहं
10. कां0 देवेन्द्र नेगी
11. कां0 दिनेश सिंह