देहरादून: मिशन 2017 में जुटी भाजपा ने एक बार फिर कांग्रेस को मात देने के लिए भ्रष्टाचार को प्रमुख मुद्दा बनाया है। पिछले लगभग ढाई महीनों से कांग्रेस से लगभग हर मुद्दें पर मात खा रही भाजपा ने इस मर्तबा पलटवार करने की तैयारी कर ली है। पर्दाफाश रैली और सभाओं के माध्यम से हरीश रावत सरकार को घेरने के लिए भाजपा के उत्तराखंड के सभी क्षत्रप लामबंद है। ऐसा कम से कम भाजपा की बनाई गई रणनीति से दिखाई देता है। 15 अगस्त से विधानसभा वार इस तैयारी को अंजाम दिया जाएगा। राज्य के पूर्व तीन मुख्यमंत्रियों, खंडूरी, निशंक और कोश्यारी के साथ ही कांग्रेस से भाजपा में टूट कर आएं सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत को इस अभियान की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। पर्दाफाश रैली के ज़रिए जनता तक कांग्रेस के भ्रष्टाचार को पहुंचाने के लिए प्रमाणों पर ज्यादा ज़ोर दिया गया है। विभिन्न घोटालों को उजागर करने के लिए उन कागज़ातों की पड़ताल भी तेज़ कर दी गई है। ताकि संशय जैसी कोई भी चूक न हो जाएं।डाक्यूमेंटल प्रूफ के साथ साथ इस बार भाजपा ने कांग्रेस के शासनकाल में हुए प्रमुख चार सीडी कांड को भी शामिल किया है। इसमें पू्र्व अधिकारी मोहम्मद शाहिद के कारनामों के साथ साथ मुख्यमंत्री हरीश रावत का वह कथित सीडीकांड भी है, जिसकी वजह से इस राज्य को राष्ट्रपति शासन तक झेलना पड़ा। अब ये तो समय ही बताएगा कि भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा का ये नया खुलासा आने वाले समय में राजनीतिक गलियारों में कितनी हलचल पैदा करता है। नई बोतल में पुरानी शराब का ये अंदाज़ मिशन 2017 के भाजपा के सपने पर कितना खरा उतरता है, ये फिलहाल कहना मुश्किल है। कुल मिलाकर ये कहना अभी भविष्य के गर्भ में है कि भाजपा का ये नया दांव राज्यवासियों पर कितना रंग चढा़ता है।