राज्य में ठंड के बढ़ने के साथ ही कोरोना के नए मामलों के बढ़ने की आशंका बनी हुई है। इस दौरान डाक्टरों ने पहले से अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी है। डाक्टरों की माने तो लापरवाही भारी पड़ सकती है।
डाक्टरों की माने तो सर्दियों के मौसम में वायरल बुखार भी फैलता है। सर्दी, जुकाम के मरीज बढ़ जाते हैं। ऐसे में लोगों को कोरोना हुआ तो हालात और बिगड़ेंगे। पहले से अन्य बीमारी से परेशान मरीज पर कोरोना का खतरा खासा बढ़ता है। हाई रिस्क होने के चलते ये खतरा जानलेवा भी हो सकता है।
वहीं ठंड के मौसम में कोरोना के मरीजों के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर राज्य के अस्पतालों में तैयारी को पुख्ता किया जा रहा है। कोविड – 19 के अस्पतालों में आईसीयू बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता की फिर से समीक्षा की जा रही है। हालांकि जिम्मेदार अधिकारियों के मुताबिक अस्पतालों में तैयारियां पूरी हैं और मरीजों को बेहतर इलाज दिया जाएगा।
वहीं डाक्टरों की माने तो मौजूदा मौसम में सर्दी जुकाम या बुखार होने पर डाक्टर की सलाह से ही दवाएं लें। एक दो दिनों में आराम न मिले तो कोविड टेस्ट के लिए जाना चाहिए।