अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के धनौरा तहसील के कई गांव आज भी अंधेरे में जीने का मजबूर हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर घर में बिजल पहुंचने का दावा कर रहे हैं, लेकिन यूपी की धनौरा तहसील क्षेत्र के गांवों में उनके इन दावों की पोल खुल रही है। आलम यह है कि प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत लोगों के घरों में मीटर तो लगा दिए गए, लेकिन उनमें अब तक करंट नहीं दौड़ पाया। और तो और बिन बिजली मिले ही ऊर्जा निगम ने लोगों के मोबाइल में बिल जमा कराने का मैसेज भेज दिया है। इससे लोगों में आक्रोश है।
प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के सहारे केंद्र सरकार ने हर घर को रोशन को लक्ष्य रखा। योजना के तहत हर तक बिजली पहुंचाई जानी थी। गांवों मे बिजली के खंभे भी लगे। लोगों के घरों में मीटर भी लगा दिए गए, लेकिन बिजली के पोलों से करंट घर में लगे मीटर तक नहीं पहुंया। यानि लोगों के मीटर को बिजली से कनेक्ट ही नहीं किया गया। मीटर से तार को दिखाई दे रही है, लेकिन उस तार को बिजली के पोल से नहीं जोड़ा गया। जिस कारण लोगों के घर आज भी अंधेरे में हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 दिसंबर तक हर घर में बिदजली कनेक्शन दिए जाने के निर्देश दिए। इस योजना के तहत हर गांव, शहर के सभी घरों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा और सभी गरीबों को बिजली का मुफ्त कनेक्शन दिया जाना था। लेकिन, क्षेत्र के गांव फतेहउल्लापुर मे ऐसे मामले सामने आये हैं, जहां लोगों के मोबाइल पर बिल तो भेजे जा रहे हैं, लेकिन बिजली अब तक नहीं मिली है। घर की दीवार लगा बिजली का मीटर शो-पीस बना हुआ है।