देहरादून : कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने और लापरवाही बरतने पर प्रदेश की जनता समेत विपक्ष में रोष है। प्रदेश की जनता समेत कांग्रेस ने मतपाल महाराज पर गैर इरातन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। वहीं हाईकोर्ट में मामला पहुंचने पर हाईकोर्ट ने सतपाल महाराज से जवाब तलब किया है।
प्रदेश भर में कांग्रेस का सांकेतिक सत्याग्रह
वहीं आज हरीश रावत समेत प्रदेश भर में कांग्रेस सांकेतिक सत्याग्रह पर बैठी और त्रिवेंद्र सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया। कांग्रेस का कहना है कि आम जनता द्वारा कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने पर गैर इरातन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है लेकिन वहीं सतपाल महाराज पर नहीं. कांग्रेस ने सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया और प्रदेश भर में सत्याग्रह किया।
सतपाल महाराज समेत 22 कोरोना संक्रमित
बता दें कि सबसे पहले सतपाल महाराज की पत्नी कोरोना पॉजिटिव पाई गई वहीं इसके बाद मंत्री के आवास में क्वारंटीन का नोटिस चस्पा किया गया था लेकिन फिर भी सतपाल महाराज के आवास में लोग आते जाते रहे। नतीजा सतपाल महाराज समेत उनका बेटा और बहुएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई इसी के साथ कर्मचारी समेत कुल मिलाकर 22 लोग संक्रमित पाए गए. वहीं प्रदेश की जनता समेत विपक्ष ने सतपाल महाराज पर गैर इरातन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की जैसे की आम जनता के साथ किया गया।
हरीश रावत की पोस्ट
वहीं हरीश रावत ने भी इस सत्याग्रह में हिसा लिया और सोशल मीडिया पर लिखा कि आज हमारे, चौबट्टाखाल-पोखड़ा और पौड़ी के कांग्रेसजन “सत्याग्रह” पर बैठे हैं, उनका सत्याग्रह #सरकार के डबल स्टैंडर्ड के खिलाफ है, उनका #सत्याग्रह जिस तरीके से आम लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और मंत्री खास हैं, जनता केवल जनता है, यह मानकर के चल रही है राज्य सरकार, उसके खिलाफ है और उनके सत्याग्रह के समर्थन में, मैं भी “#सांकेतिक_सत्याग्रह” पर बैठा हुआ हूं। मैं चौबट्टाखाल-पोखड़ा और पौड़ी के #कांग्रेसजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं कि, उन्होंने जनता के, आमजन के मन में जो भावना थी, उसको ध्वनी दी है, उसको आवाज दी है।