रुड़की- कांग्रेस की मुहिम रुड़की में रंग लाई। पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह की अगुवाई में जिले के सभी कांग्रेसी विधायक और दूसरे दिग्गज नेता एक जुट हुए तो सरकार पर दबाव बनता दिखाई दिया। ये बात इसलिए कही जा रही है कि, आखिरकार रुड़की के मेयर यशपाल राणा को जमानत मिल ही गई।
पुलिस ने भाजपा पार्षद और मेयर के बीच हुई मार-पिटाई मामले में कांग्रेसी नेताओं के दखल के बाद मेयर यशपाल राणा से गंभीर मानी जाने वाली धारा 307 हटा दी है। धारा हटते ही मेयर को जमानत मिल गई।
दरअसल भाजपा पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा और मेयर के बीच हुई मारपीट के बाद पुलिस ने पार्षद की ओर से दी गई तहरीर पर एक्शन लेते हुए मुकदमा पंजीकृत किया। जिस पर कोर्ट ने मेयर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दे दिया।
उधर मेयर पक्ष का कहना था कि पुलिस ने एक तरफा कार्यवाही की है और उनकी ओर से तहरीर नहीं ली जा रही है। जिस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई और पार्टी लीडर के साथ पुलिस अधिकारियों के सामने मेयर का पक्ष रखते हुए धारा 307 हटाने की मांग की। कांग्रेस की ये मुहिम रंग लाई और मेयर यशपाल राणा को जमानत मिल गई। जिस पर कांग्रेस समर्थको ने रुड़की शहर में जमकर उत्साह मनाया।