देहरादून- अब तक बड़े प्रदेशों को हिलाने वाली घटनाएं उत्तराखंड जैसे छोटे प्रदेश को भी झकझोर रही हैं। कर्ज के बोझ तले दबे धरतीपुत्र हिम्मत हार कर खुदकुशी कर रहे हैं। देवभूमि भी शर्मशार हो रही है ऐसे में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश के नेतृत्व में आज कांग्रेस के विधायकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से उनके आवास पर मुलाकात कर अन्नदाताओं की आत्महत्या पर गहरी चिन्ता जाहिर की।
मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पर्वतीय राज्य होने के कारण यहां के किसानों की खेती वर्षा जल पर ही निर्भर करती है। कभी फसल ज्यादा बारिश के बर्बाद होती है तो कभी कम बारिश से रही सही कसर अचानक से बरस जाने वाले ओले कर देते हैं। इन हालातों में बैंकों तथा साहुकारों से लिया गया कर्ज लौटाने में किसानों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि बैंक किसानों पर वसूली के लिए दबाव बनाए रहते हैं।
इस मौके पर कांग्रेस विधायकों ने सीएम को एक ज्ञापन सौंपते हुए तीन दूसरी समस्याओं का हल निकालने के लिए भी निवेदन किया। कांग्रेस विधायकों ने खाद्य महकमे की शिकायत करते हुए कहा कि विभाग सस्ते गल्ले की दुकानों से घटिया चावल वितरित कर रहा। जिसे बदला जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस विधायकों ने अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं से मुख्यमंत्री रावत को अवगत कराते हुए उनसे निवेदन किया कि उनके विधानसभा क्षेत्रों के विकास कार्यो कि अनदेखी न की जाय। इसके अलावा कांग्रेसी विधायको ने सीएम से कहा कि
ब्यासी बांध परियोजना के चलते पूर्ण रूप से विस्थापित होने वाली लोहारी ग्रामसभा जीवनगढ़ के सरकारी रेशम फार्म की जमीन मे बसाया जाए। कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि इस बारे में पूर्ववर्ती सरकार कैबीनेट में भी इस प्रस्ताव को पास कर चुकी थी।