उत्तराखंड में निकाय चुनावों में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों को कांग्रेस ने निकालना शुरु कर दिया है। पहला निशाना चार बड़े अधिकारियों को बनाया गया है। इन्हें पार्टी ने छह सालों के लिए निकाल दिया है। ये सभी हरीश रावत गुट के नेता रहें हैं।
कांग्रेस ने जिन पदाधिकारियों को निकाला है वो हैं – नैनीताल के नगर अध्यक्ष मारूति शाह, चमोली जिला कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष संजय रावत, अनुसूचित जाति विभाग के रुद्रप्रयाग जिलाध्यक्ष कुंवर लाल आर्य और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री खजान पांडेय।
पार्टी ने निकाय चुनावों में पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप में बड़ी संख्या में लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है। वहीं इन चारों को निकाले जाने के पीछे इंदिरा हृ्दयेश का फीडबैक भी वजह माना जा रहा है। अपने बेटे सुमित हृदयेश के हल्दवानी सीट से मेयर का चुनाव हारने के बाद इंदिरा ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से बात की थी। माना जा रहा है कि उसी शिकायत पर इन चार नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
हालांकि अब कांग्रेस में सिर फुटव्वैल तय माना जा रहा है कि क्योंकि हरीश रावत का खेमा इन चारों के पक्ष में लामबंद होना शुरु हो गया है।