देहरादून- राजस्थान उपचुनाव में मिली जीत कांग्रेस के लिए संजीवनी बन गई है। लिहाजा कांग्रेस पूरी सक्रियता के साथ दिखाई दे रही है। इधर उत्तराखंड में भी कांग्रेस पदाधिकारियों का जोश देखते ही बनता है। हर मुद्दे पर कांग्रेस जनता का ध्यान अपनी ओर खींचने की जुगत में दिखाई दे रही है।
इसी कड़ी में आज पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह की अगुवाई में कांग्रेसियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सूबे के राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पॉल से राजभवन में मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्यपाल को अपनी पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौपा।
कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के सामने धारचूला विधायक हरीश धामी के साथ हुई अभद्रता का मामला उठाया और पिथौरागढ़ के मुख्य विकास अधिकारी पर आरोप लगाया कि अधिकारी ने जनप्रतिनिधि के प्रोटोकॉल का उल्लघन करते हुए अपमानित किया है।
वहीं उन्होंने राज्य में बन रही ऑलवेदर रोड़ की जद में आने वाले किसानों और दुकानदारों के मुआवजे का मसला भी उठाया। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से उन कामों को फिर से शुरू करवाने की मांग की जो कांग्रेस के राज में स्वीकृत हुए थे।
वहीं ज्ञापन के जरिए प्रतिनिधिमंडल ने नगर पंचायत अध्यक्ष गौचर मुकेश नेगी के अधिकारों को बहाल करने की मांग के साथ- साथ डोईवाला विधानसभा के गांव कल्लूवाला की भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए उसे नगर पंचायत में शामिल न करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कल्लूवाला गांव जंगल से पार है लिहाजा डोईवाला नगरपंचायत में शामिल करने से कल्लूवाला के स्थानीय ग्रामीणों को कोई फायदा नहीं होगा।