उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में एक बार फिर से भाजपा ने जीत का परचम लहराया। हालांकि सीएम धामी चुनाव हार गए लेकिन राज्य में सरकार भाजपा ने ही बनाई। बात करें सीटों की तो यमकेश्वर विधानसभा सीट एक ऐसी सीट है जहां कांग्रेस अपना पैर नहीं जमा पाई। राज्य गठन से लेकर अब तक यहां भगवा ही लहराया।
बता दें कि यमकेश्वर में कांग्रेस भाजपा का किला भेज नहीं पाई और तो और भाजपा प्रत्याशी ने पिछली बार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की और भाजपा की जीत का परचम लहराया। आपको बता दें कि यमकेश्वर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी रेणू बिष्ट ने 10410 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। रेणू बिष्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र बिष्ट को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हराया।
भाजपा प्रत्याशी रेणू बिष्ट को 28390 और शैलेंद्र रावत को 17980 मत हासिल हुए हैं. इससे साफ है कि पहाड़ के लोगों ने भाजपा प्रत्याशी के चेहरे को ही पसंद किया। आपको बता दें कि 2002 में हुए पहले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विजय बड़थ्वाल ने 1447 मतों से जीत हासिल की थी। इसके बाद 2007 और 2012 के चुनाव में विजय बड़थ्वाल लगातार जीते। 2017 में इस सीट पर विजयी बड़थ्वाल का टिकट काटकर भाजपा ने ऋतु खंडूड़ी को टिकट दिया और वो जीतीं। इस बार भाजपा ने रीतू खंडूरी को कोटद्वार से टिकट दिया और वो जीत गई। रेणू बिष्ट को यमकेश्वर सीट से टिकट दिया और उन्होंने भी जीत का परचम लहराया।
आपको बता दें कि भाजपा प्रत्याशी रेणू बिष्ट ने 2007 और 2017 में भाजपा के खिलाफ लड़ा था लेकिन 2022 में वो भाजपा से चुनाव लड़ी और जीतीं. उन्होंने इस सीट पर भाजपा का मत प्रतिशत भी बढ़ाया। इस सीट पर कुल 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। भाजपा औक कांग्रेस को छोड़कर कोई भी प्रत्याशी 1 हजार का आंकडा वोट का पार नहीं कर पाया। यानी की सीधी टक्कर काग्रेस और भाजपा के बीच थी। यूकेडी के शांति प्रसाद भट्ट को 613 मिले तो वहीं आप के अविरल 454 मतों के साथ चौथे तथा सपा के वीरेंद्र प्रसाद महज 175 मतों के साथ पांचवें स्थान पर रहे।