देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार की आबकारी नीति शराब माफिया को संरक्षण देगी। उन्होंने कहा कि जो भारतीय जनता पार्टी और उसके नेतागण आबकारी नीति को लेकर पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाते हुए नहीं थकती थी आज उसी पार्टी की सरकार ने सत्ता में आते ही जनभावनाओं के विपरीत आबकारी नीति बनाने का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान उत्तराखण्ड की महान जनता से वायदा किया था कि यदि भाजपा की सरकार प्रदेश में बनेगी तो हम प्रदेश में पूर्ण शराब बन्दी लागू करेंगे लेकिन इसके उलट वे अपने वादे से मुकरते हुए तथा मातृ शक्ति का अपमान करते हुए जिस शराब नीति को प्रदेश में लागू करने जा रहे हैं उससे निश्चित रूप से शराब माफिया और शराब की तस्करी को बल मिलेगा।
श्री प्रीतम सिंह ने कहा है कि शराब की दुकानों को नेशनल हाईवे से हटाने के मा0 न्यायालय के निर्देषों के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा इन दुकानों को घनी आबादी वाले क्षेत्रों में खोले जाने के विरोध में प्रदेशभर की महिलाएं आन्दोलनरत होकर सड़कों पर हैं। एक ओर जहां इस समय सारा देष षराब के विरोध में खड़ा है वहीं देवभूमि उत्तराखण्ड में अगर नषे के कारोबार को बढ़ावा मिलता है तो ये देवभूमि के नाम पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है। मुख्यमंत्री ने मातृ शक्ति को यह भी आश्वासन दिया है कि हम धीरे-धीरे षराब के कारोबार को कम करने का काम करेंगे परन्तु राज्य सरकार द्वारा इसके उलट षराब का लक्ष्य 1800 करोड़ से बढ़ाकर 2300 करोड़ कर षराब मामिया के आगे घुटने टेकने का काम किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में षराब नीति में रोज बदलाव किये जा रहे हैं तथा एक ही राज्य में दो पालिसियां बनाई गई हैं जिसमें पर्वतीय क्षेत्र में षराब की दुकानों का समय दिन में रखा गया है तथा मैदानी क्षेत्रों में दिनभर के लिए खोलने का आदेष जारी किया गया है।