देहरादून : द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी पर एक महिला ने यौन उत्पीडन का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि उसकी बच्ची के पिता महेश नेगी है। इस मामले से उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मच गई है औऱ विपक्ष सरकार पर हमला वर हो गई है। एक ओर जहां महिला ने पुलिस और सरकार से विधायक के डीएनए टेस्ट की मांग की तो वहीं अब कांग्रेस भी डीएनए टेस्ट की मांग के लिए जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है और भाजपा सरकार पर विधायक को संरक्षण देने का आरोप लगा रही है। वहीं विधायक महेश नेगी मामले पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान सामने आया है। जब पत्रकारों ने सीएम से द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी के डीएनए टेस्ट मामले में सवाल पूछा तो सीएम ने साफ कहा कि डीएनए टेस्ट कराना सरकार के हाथ में नहीं है बल्कि ये एक कानूनी प्रक्रिया है। हर कार्य कानूनी प्रक्रिया के तहत किया जाता है। सीएम ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। बता दें कि इस मामले में विधायक की पत्नी ने उलटा महिला पर ब्लैकमेल कर 5 करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है। वहीं महिला की गिरफ्तारी न होने पर विधायक ने डीजीपी को पत्र लिखा है और देहरादून एसएसपी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कई आरोपलगाए हैं। वहीं महिला का कहना है कि उसे पुलिस ने न्याय दिलाया तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
बता दें कि आज शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग एवं जिलाधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कोरोना योद्धाओं के लिए बनाये गये ‘चिकित्सा सेतु’ मोबाईल एप्प लांच किया। इस मोबाईल एप्प को डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, सुरक्षा कर्मी पुलिस तथा कोरोना ड्यूटी में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। इस अवसर पर होम आइसोलेशन पर बनाये गये एप्प आरोग्य रक्षक के बारे में प्रस्तुतीकरण भी दिया। इस दौरान ही मीडिया ने सीएम से महेश नगेी मामले पर सवाल किया।