देहरादून: मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में सचिवालय में टिहरी झील के चारों ओर प्रस्तावित रिंग रोड के सम्बन्ध में बैठक हुई। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाओं में सम्मिलित यह एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। उन्होंने इस सम्बन्ध में फीजिबिलिटी स्टडी और लायबिलिटी स्टडी शीघ्र करवा कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टिहरी झील को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए सभी संबन्धित विभागों को हर सम्भव प्रयास करने होंगे।
बैठक में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि टिहरी बांध झील लगभग 42 वर्ग किलोमीटर में विस्तारित है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित रिंग रोड की कुल लम्बाई 234.60 किलोमीटर है। टिहरी झील को देखने के लिए सालभर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। रिंग रोड के निर्माण सहित झील के चारों ओर पर्यटन विकास हेतु आवश्यक मूल-भूत ढांचागत सुविधाओं के विकास से इस क्षेत्र के आस-पास के कई गांव और आबादी क्षेत्र प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। रिंग रोड भविष्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में कारगर सिद्ध होगी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने झील के चारों और रिंग रोड़ बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि इससे प्रोजेक्ट के बनने से झील के चारों ओर जहां पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी। वहीं, इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। झील से लगे गावों को भी इससे लाभ मिलेगा। इसको देखते हुए शासन स्तर पर अब इसके निर्माण के प्रयास शुरू हो गए हैं।