देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को एक ओर जहां आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जहां सौगात दी तो वहीं सीएम ने उत्तराखण्ड में होम-आइसोलेशन के लिए निर्देश पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि डाॅक्टर की टीम की जांच एवं मानकों के हिसाब से ही होम-आइसोलेशन की व्यवस्था की जाय। होम-आइसोलेशन के बजाय अस्पताल एवं कोविड केयर सेंटर को प्राथमिकता दी जाय। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोरोना की सैंपल टेस्टिंग और अधिक बढ़ाई जाय। बता दें कि कोरोना मरीजों का आकंड़ा उत्तराखंड में बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 8900 के पार हो गया है। वहीं 112 की मौत हो गई है।
सीएम के आदेश के अनुसार अब कोरोना के मरीज घर में होम आईसोलेशन के सुविधाएं होने की स्थिति में अपने घर में रहकर ही अपना इलाज करा सकते हैं।इस व्यवस्था के तहत कोरोना मरीजों को अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा उनका इलाज उनके घर पर ही किया जाएगा। इसके लिए सरकार द्वारा गाइडलाइन तय की गई है। गाइडलाइन के अनुसार कोरोना मरीज होम आईसोलेशन में रहना चाहता है तो उनको स्वास्थ्य विभाग को लिखकर देना होगा जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम घर का मुआयना कर होम आईसोलेशन व्यवस्थाओं का जायजा लेगी और सुविधाए पाए जाने पर कोरोना मरीज को होम आईसोलेशन की अनुमति देगी। इसके लिए डॉक्टर लगातार उनके सम्पर्क में रहेंगे और चेकअप के लिए आते रहेंगे।