देहरादून : भव्य राम मंदिर निर्माण की आधारशील कार्यक्रम के उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सचिवालय से सीधा प्रसारण देख इस पल के साक्षी बने। सीएम ने राम मंदिर निर्माण की आधारशीला पीएम मोदी द्वारा रखे जाने पर देश औऱ प्रदेशवासियों को बधाई दी। वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उन लोगों को भी याद किया जिन्होने राम मंदिर निर्माण के लिए अपने प्राण का बलिदान किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बड़ा खुलासा किया। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 1989 में राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन चरम पर था। तब उन्होने भी घर छोड़ दिया था और मेरठ में वह भेष बदलकर लोगों को राम मंदिर निर्माण करने के लिए जनजागरण अभियान चला रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी यूपी के मुख्यमंत्री से बात हुई और वह भी अयोध्या जाकर रामलाल के दर्शन करेंगे और भव्य राम मंदिर निमार्ण के स्चरूप को देखेंगे।
आज पूरे देश भर के लोगों में खुशी का माहौल है। पीएम मोदी ने पूजा अर्चना कर आधार शिला रखी। इस मौके पर उत्तराखंड में भी खुशी का माहौल है। भाजपा समेत तमाम लोगों ने घरों में मंदिरों में दीपक जलाए और टीवी पर देश इस एतिहासिक पल के साक्षी बने। इस एतिहासिक दिन पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुशी जाहिर की और कहा कि वो भी अयोध्या जाएंगे और राम लला के दर्शन करेंगे।
बता दें कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर वास्तव में करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़ा हुआ मसला है. देश में राजनीतिक और कानूनी वजहों से राम मंदिर का विवाद काफी लंबे समय तक चला है और इसकी वजह से हिंदू और मुसलमानों में काफी विवाद रहा है. सनातन धर्म से जुड़े लोगों के मुताबिक राम मंदिर वास्तव में भारत की एकता, सहभागिता और सहनशीलता का प्रतीक माना जाता है. पीएम मोदी ने पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की और 12:45 पर मंदिर की आधारशिला रखी। पूरे देश की जनता ने टीवी पर ये भव्य और एतिहासिक पल का नजारा देखा।