
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भगवती प्रसाद नौटियाल के निधन को साहित्य जगत के लिये अपूरणीय क्षति बताया है
आपको बता दें ल रूप से पौड़ी गढ़वाल के गौरी कोट इडवालस्यूं पट्टी निवासी साहित्यकार व समीक्षक भगवती प्रसाद नौटियाल का हरिद्वार रोड स्थित कैलाश अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। वह 87 साल के थे। पिछले दस दिनों से वह फेफड़े की बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती थे। इस दौरान उन्हें दो बार वेंटीलेटर पर भी रखा गया। उनके निधन की सूचना पर हिंदी-आंचलिक साहित्यकार, संस्कृतिकर्मियों ने उनके परिजनों से मिलकर दुख जताया है। अंतिम संस्कार मंगलवार को हरिद्वार में होगा।
भगवती प्रसाद लोकसभा के केन्द्रीय पुस्तकालय के बाद डेपुटेशन पर एनएनजी के डॉक्यूमेंटेंशन विभाग में गए, उन्होंने कुछ समय गांधी शांति प्रतिष्ठान में भी काम किया