देहरादून : पूर्व सीएम हरीश रावत के पोस्ट के बाद जैसे मानों सोशल मीडिया पर तूफान आ गया। जी हां बीते दिनों प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सोशल मीडिया में पिछले कई दिनों से हवा चल रही थी, जो की हरीश रावत के ट्वीट के बाद उड़ी. वहीं इस पर खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विराम लगाया औऱ इसी के साथ मदन कौशिक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी इसे मात्र अफवाह बताया।
विपक्ष आग में घी डालने का काम करते हैं-सीएम
बीते दिन दिल्ली में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एबीपी गंगा को दिए इंटरव्यू में कहा कि इसका असर त्रिवेंद्र पर इसका कोई असर नहीं होता लेकिन जन सामान्य को होता है और साथ ही इससे विकास कार्य भी प्रभावित होते हैं। सीएम ने कहा कि कुछ लोगों का काम है कि वो ऐसे कामों में लगे रहते हैं जबकि हमारा काम विकास कार्यों पर ध्यान देने का है। सीएम ने कहा कि विपक्ष आग में घी डालने का काम करते हैं। सीएम बोले की न हमने डेवलपमेंट में भेदभाव किया न कि विपक्ष के साथ कोई भेदभाव किया। कोई नहीं कह सकता कि सीएम उनसे नहीं मिले।
आगे सीएम ने कहा कि इसका इस तरह की बेबुनियाद बातें तो उनके पद संभालने के कुछ महीने बाद से ही शुरू हो गई थी। उन्हें इससे कोई असर नहीं पड़ता।
बता दें कि बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रदेश में फिर राजनैतिक अस्थिरता का वातावरण बनने के अंदेशा जताने के ट्वीट के बाद से सूबे की सियासी में लगातार हलचल रही। खासतौर पर सोशल मीडिया में जिस तरह मुख्यमंत्री के दिल्ली के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को नेतृत्व परिवर्तन से जोड़कर खबरें प्रचारित की गई, उससे सरकार और पार्टी संगठन खासा असहज दिखा। बोले की शिकायत करने का हमारा स्वाभाव नहीं है। हमने शिकायत का स्वभाव नहीं पाला। हम सिर्फ काम में विश्वास रखते हैं औऱ जनता के लिए काम करके जनता को खुश रखते हैं।