देहरादून – सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के परिवार से मिले और शहीद को श्रद्धांजलि अपर्ति की। इस दौरान सीएम के साथ देहरादून डीएम आशीष श्रीवास्तव, एसपी सिटी श्वेता चौबे मौजूद रहे। सीएम ने शहीद के पिता को दिलासा दिया और चित्रेश बिष्ट की शहादत पर गर्व जताया। सीएम ने कहा कि सरकार शहीद के परिवार के साथ हमेशा है।
बता दें कि मूल रुप से अल्मोड़ा और वर्तमान में देहरादून के नेहरु कॉलोनी निवासी शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट(31) 16 फरवरी को रजौरी सेक्टर में करीब 1.5 किमी अंदर बम डिफ्यूज करते हुए शहीद हो गए थे। शहीद मेजर चित्रेश बम डिफ्यूस करने मे माहिर थे। अभी तक वो 35 से भी ज्यादा बमों को डिफ्यूज कर चुके थे लेकिन 16 फरवरी 2019 को वो बम डिफ्यूज करते हुए शहीद हो गए। उत्तराखंड पुलिस में दारोगा पद से रिटायर्ड चित्रेश बिष्ट के पिता टूट चुके थे। जवान बेटे को खोने का गम एक माता-पिता से बेहतक कोई नहीं समझ सकता। वो भी तब जब घर में उसी फौजी बेटे की शादी की तैयारियां चल रही हों.
शादी से कुछ ही दिन पहले हुए शहीद
जी हां मेजर चित्रेश बिष्ट 16 फरवरी 2019 को शहीद हुए और अगले महीने 7 मार्च की उनकी शादी थी। मेजर बिष्ट अपनी शादी के लिए 28 फरवरी को घर आने वाले थे लेकिन वो तिरंगे में लिपटे आए। ये देख मां बुसेध हो गय़ी औऱ पिता के आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे लेकिन परिवार को संभालना भी था तो पिता ने आंसुओं पर काबू पाया। न जाने उस पिता ने कितने गम अंदर समेटे और सबको हौंसला दिया। बेटे को सेना में भेजना भी बहादुरी का काम है।
वो जख्म आज भी ताजा है
बता दें कि जब चित्रेश बिष्ट की शहादत की खबर घर आई उस वक्त पिता शादी का कार्ड बांटने गए थे और मां शादी की तैयारियों में व्यस्त थी। बेटे की शहादत की खबर सुनकर सीएम समेत तमाम अधिकारी चित्रेश के घर पहुंचे औऱ सांत्वना दी थी।वहीं भले ही शहीद की शहादत को एक साल हो गया लेकिन वो जख्म आज भी परिवार, हर हिंदुस्तानी, हर उत्तराखंडी के दिन में ताजा है और शहीद के जाने का गम भी आज भी आंखों को नम कर जाती है। खबर उत्तराखंड शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।