देहरादून- राज्य निर्माण से लेकर अब तक उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे का मामला पूरी तरह नहीं सुलझा है। किश्तों में कछुआ चाल से चलते परिसंपत्तियों के निपटारे मामले को लेकर हर सरकार में यूपी के साथ बातचीत का दौर जारी रहा है। लेकिन इस बार दोनो राज्यों और केंद्र में भाजपा सरकार होने के नाते उम्मीद जताई जा रही है कि अबकी बार मामला सुलझ कर ही रहेगा।
दरअसल यूपी के सीएम की जन्मभूमि उत्तराखंड है और कर्मभूमि उत्तरप्रदेश। परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर सूबे के सीएम टीएसआर और कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत उत्तरप्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से एक बार मिल चुके हैं।
ऐसे में सोमवार को सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को एक बार फिर से अधिकारियों की बैठक बुलाई है। जिसमें अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि परिसंपत्ति बंटवारे वाले मसले पर वे पूरी तैयारी के साथ आएं ताकि जब यूपी के साथ वार्ता हो तो कहीं कोई पेंच बाकी न रह जाए। इस बात की जानकारी आज सूबे के कैबिनेट मंत्री मदन कोशिक ने प्रेसवार्ता के दौरान दी।