अल्मोड़ा- राज्य के मुख्यमंत्री की ख्वाहिश है कि राज्य की तरक्की का एक मैप तैयार किया जाए और उस पर राजनीति से ऊपर उठ कर सभी लोग एक साथ आगे आ कर काम करें,तभी उत्तराखंड का विकास हो पाएगा। सीएम का मानना है कि इसके लिए शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने होंगे। हालांकि उत्तराखण्ड राज्य विकास के मामलों में देश के दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आपदा के बाद राज्य की आर्थिकी माने जानी वाली चार धाम यात्रा न केवल पटरी पर लौटी है बल्कि उसने आने वाले कल के लिए बड़ी उम्मीदें बंधा दी है। ये कहना है राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत का। रावत ने कहा अब तक 15 लाख से ज्यादा सैलानी उत्तराखंड का रूख कर चुके हैं जो साबित कर रहा है कि पर्यटन के क्षेत्र में हम नई गाथा लिख रहे हैं और हमे उम्मीद है कि अगले साल सैलानियों की ये तादाद 40 लाख के निर्धारित लक्ष्य को पार कर जाएगी। ये बात सीएम हरीश रावत ने द्वाराहाट विकासखण्ड के बग्वालीपोखर में आयोजित बग्वाल मेले का शुभारम्भ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा की पहचान बन चुके इस बग्वाली मेले को राज्य स्तरीय मेले का रूप दिया जाना चाहिए। इसके लिए सीएम ने देहरादून में बनायी गयी कमेटी को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। सीएम ने कहा कि इस तरह के मेले हमारी संस्कृति की पहचान है लिहाजा इन्हें उसी के अनुरूप होना चाहिए तभी ऐसे मेलों का महत्व बढ़ेगा। मेलों को संस्कृति का वाहक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मेलों को जहां भव्य रूप देना होगा वहीं विलुप्त होती संस्कृति को जिंदा रखने का संकल्प लेना होगा। वही मेला परिसर को भव्य रूप देने के लिए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के साथ ही स्थानीय विधायक के माध्यम से यहाॅ पर एक भव्य मैदान का निर्माण कराया जायेगा। इस मौके पर सीएम ने क्षेत्रीय जनता की तारीफ करते हुए कहा कि बग्वालीपोखर की जनता ने हमेशा विकास को आगे बढ़ाने में साथ दिया है। बात का मर्म तो गहरा है पता नहीं मौजूद जनता ने सार समझा या नहीं।