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बागेश्वर : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट को वाहनों को छुड़ाने के लिए एसपी को लेटर लिखना भारी पड़ गया. बता दें कि सीएम ने पीआरओ को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही वाहनों को सीज करने वाले दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। आपको बता दें कि ये वीडियो सोशल मीडिया सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।
दरअसल पत्र में पीआरओ ने मुख्यमंत्री के मौखिक आदेशों का हवाला देते हुए पुलिस द्वारा सीज किए गए वाहनों का चालान निरस्त करने को कहा. बता दें कि तीनों वाहन बड़े ट्रक हैं और तीनों को खड़िया की खनन सामग्री से ओवरलोडेड होने के चलते पकड़ा गया.
सरकार नियम काूनन का पालन करने की बात करती है लेकिन उनके ही नुमाइंदे ही इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं। सभी जानते हैं कि कोई भी वाहन का चालान करना एक ऑपरेशनल क़ानूनी प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया में किसी राजनेता, मुख्यमंत्री मंत्री या किसी बड़े अफसर का लिखित में किसी के पक्ष में कार्यवाही किये जाने को कहना गैरकानूनी होने के साथ ही अपने पद और अधिकारों का गलत इस्तेमाल करना माना जाता है.
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ऐसा ही कुछ हुआ बीते दिन. सीएम धामी के पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक को अपने लेटर हेड पर एक पत्र लिखा कि मुख्यमंत्री जी के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का आदेश हुआ है कि 29.11.2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस द्वारा वाहन संख्या यूके 02-सीए 0238, यूके 02-सीए 1238 और यूके 04-सीए 5907 का किया गया चालान निरस्त करने का कष्ट करें.
वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरे मामले में अधिकारी को बर्खास्त कर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. सोशल मीडिया पर पत्र वायरल होने पर विपक्ष ने भी कड़ी प्रतिक्रिया शुरू कर दी है.