पिथौरागढ़। पहली बार पिथौरागढ़ पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद मुख्यालय में 18 करोड़, 16 लाख, 14 हजार रूपये की कुल 10 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया जिसमें 10 करोड़, 18 लाख, 14 हजार रूपये की 07 योजनाओं का शिलान्यास एवं 7 करोड़, 98 लाख रूपये की लागत से निर्मित 3 योजनाओं का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री द्वारा लोनिवि निरीक्षण भवन में आयोजित जनता से भेंट कार्यक्रम मेें प्रतिभाग कर जनता की समस्याऐं सुनी एवं उनके समाधान के निर्देश जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को दिये।
जनता भेंट कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कुल 18 घोषणाऐं की जिनमें पिथौरागढ़ जलोत्सारण (सीवर) फेज-2 निर्माण की घोषणा, पिथौरागढ जल़ वितरण प्रणाली की घोषणा, गोरंगघाटी ग्राम समूह पेयजल निर्माण की घोषणा, बेस चिकित्सालय का कार्य पूर्ण कराये जाने की घोषणा, मेडिकल काॅलेज का कार्य प्रारम्भ कराये जाने की घोषणा, रई झील निर्माण की घोषणा, औद्यौगिक आस्थान का विकास कराये जाने की घोषणा, जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ में आई.सी.यू./ट्रामा सेण्टर का निर्माण कराये जाने की घोषणा, बी.डी. पाण्डे चिकित्सालय, पिथौरागढ़ में 50 अतिरिक्त शैय्याओं का निर्माण कराये जाने की घोषणा, थरकोट झील का निर्माण कराये जाने की घोषणा, गंगोलीहाट व धारचूला में वन विभाग का गेस्ट हाऊस निर्माण की घोषणा, गर्खा लिफ्ट पेयजल योजना-डीडीहाट का निर्माण कराये जाने की घोषणा, बुंगाछीना नगरोड़ा अलगड़ा मोटर मार्ग डामरीकरण कराये जाने की घोषणा, सुवालेख-रसैपाटा डामरीकरण कराये जाने की घोषणा, डा0 भीमराव अम्बेडकर पार्क व प्रेरणा केन्द्र बेरीनाग का निर्माण कराये जाने की घोषणा, कठपतिया कुनकू-धुर्चू मोटर मार्ग का निर्माण कराये जाने की घोषणा, गणाई-बासुकीनाग पेयजल योजना का निर्माण कराये जाने की घोषणा, गंगोलीहाट महाविद्यालय का राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उच्चीकरण कराये जाने की घोषणा।
उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हम जिन कार्यों की घोषणाओं कर रहे है उन पर निर्धारित समय पर सभी कार्य पूर्ण किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता की जरूरतमंद के जिनते भी कार्य होंगे उन्हें प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने शिक्षा के सुधार के लिए कहा कि सरकार प्रत्येक के हर विद्यालय में अध्यापकों की व्यवस्था करा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिए कि जनपद पिथौरागढ़ में कोई भी विद्यालय अध्यापक विहीन न हो, एक सप्ताह के भीतर शिक्षा विभाग के साथ बैठक कर समीक्षा कर ली जाए।