मसूरी: हिमलायी काॅन्क्लेव में पहली बार देश के 11 हिमालयी राज्य मसूरी में विभिन्न मुद्दों पर मंथन करने के लिए जुटे हैं। इसमें तय किया जाएगा कि हिमालयी राज्यों के विकास को किस तरह नये आयाम दिए जा सकते हैं या फिर हिमालय की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए किस तरह विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा जा सकता है। राज्यों के बीच इस मंथन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ ही नीति आयोग और वित्त आयोग के भी सदस्य शामिल हुए हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को स्मृति चिह्न भेंट किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सम्मेलन में इस पर भी मंथन किया जाएगा कि हिमालयी राज्य किस प्रकार से जल संरक्षण में केंद्र का सहयोग कर सकते हैं। देश की अधिकतर नदियों का स्रोत हिमालय ही है। प्रधानमंत्री के जल संचय अभियान में इस तरह से हिमालयी राज्यों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हैं। सभी राज्य देश में पहली बार हो रहे इस तरह के सम्मेलन में एक साझा विकास के फ्रेमवर्क पर भी मंथन करेंगे। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के यहां होने का उत्तराखंड को लाभ मिलेगा। साथ ही ग्रीन बोनस की दिशा में भी एक कदम आगे बढ़ा जा सकेेगा।