पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को एसआईटी और यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पूछताछ में स्वामी चिन्मानंद और छात्रों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जुर्म कबूल करने के बाद स्वामी ने कहा कि वह अपने किए पर शर्मिंदा हैं। इसके साथ ही पीड़िता भी जांच के दायरे में है।
एसआईटी के चीफ नवीन अरोरा ने कहा कि पूछताछ में छात्रा ने कबूला कि उसकी और युवकों की बात होती थी। वहीं स्वामी और छात्रा के बीच करीब 200 बार बातचीत हुई। स्वामी चिन्मयानंद ने मोबाइल का डेटा डिलीट कर दिया था। चेक इन करते हुए सीसीटीवी फुटेज बरामद हुए हैं। वीडियो के आधार पर स्वामी की गिरफ्तारी हुई है।एसआइटी के मुताबिक एक-दो जगह की फुटेज आना तय है। हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। स्वामी ने मसाज कराने की बात स्वीकार की है। चार साथी घूमने, होटल में रुकने का वीडियो है, 5 करोड़ रुपए बाबा से मांगने की बात स्वीकार की है।
एसआईटी ने कहा कि दोनों पक्ष की पेन ड्राइव देखी है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और डिटिटली वेरिफाई करने का इंतजार है। स्वामी ने स्वीकार किया गलती पर शर्मिंदा हूं, आपने देख लिया मुझे कुछ नहीं कहना है।एसआईटी ने बताया कि स्वामी चिन्मयानंद से 5 करोड रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में पीड़िता के तीन दोस्तों को भी जेल भेज दिया गया है।
एसआईटी ने बताया कि पीड़िता और उसके दोस्त संजय के बीच 1 साल में 4200 कॉल की गई। साथ ही स्वामी चिन्मयानंद और पीड़ित के बीच में भी लगभग 200 कॉल की गई है। फिलहाल स्वामी चिन्मयानंद को 14 दिन की जुडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया है।