सीएम को लिखा पत्र, जर्जर भवन की हालत की बयां
आपको बता दें कि प्राथमिक विद्यालय-01, त्यूणी की सलोनी समेत तमाम छात्रों ने एक पत्र के मध्यम से सीएम से गुहार लगाते हुए स्कूल के जर्जर भवन की हालत बयां की थी. सलोनी ने पत्र में स्कूल की जर्जर हालत और छात्रों का दर्द बयां किया था। और तस्वीर भी साझा की जिसमे साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बच्चे किस हाल में पढ़ने को मजबूर है. टपकती छत, दीवारों में दरार जो की कभी भी भरभराकर गिर सकती है…और तो और नीचे बैठने के लिए स्कूल का फर्श तक की हालत बिगड़ी है।
बच्चों की एक ही गुजारिश-सीएम सर हमारा नया स्कूल बनवा दीजिए
त्यूनी प्राथमिक स्कूल-01 के छात्र डर के साये में पढ़ने को मजबूर हैं. छात्रा ने पत्र में लिखा कि सीएम सर हमारा नया स्कूल बनवा दीजिए। हमें आशा है कि हमारी प्रार्थना सुनकर आप जल्दी से हमारे स्कूल के लिए नया भवन बनवा देंगे।
सीएम ने सुनी सलोनी की पीड़ा, ट्वीट कर दी जानकारी
वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने त्यूणी के प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा सलोनी औऱ तमाम बच्चों की शिकायत का तुरंत संज्ञान लिया और ट्वीट किया. सीएम ने लिखा कि शिक्षा और अपनी स्कूल के प्रति त्यूणी की छात्रा सलोनी की जागरुकता प्रशंसनीय है। मुझे अच्छा लगा कि सलोनी बेटी ने मुझे पत्र लिखा। इस मामले पर देहरादून डीएम को उचित कार्रवाई के आदेश दिए हैं। मेरे प्रदेश में बच्चों की उचित शिक्षा और उनकी सुरक्षा के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं होगा।
दान की जमीन में हुआ था स्कूल का निर्माण
आपको बता दें कि त्यूणी का ये जर्जर स्कूल साल 1964 में दान की जमीन पर बना था। इस वक्त स्कूल में 111 छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। मरम्मत न हेाने के कारण स्कूल जगह जगह से टूट रहा है। बच्चे डर के साये में पढ़ने को मजबूर हैं. वर्ष 2015 और फिर वर्ष 2018 में स्कूल के निर्माण के लिए दो बार पैसा भी दिया गया, लेकिन काम न होने के कारण दोनों बार पैसा लैप्स हो गया.