देहरादून- राज्य मेंं मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना उज्ज्वला योजना बेपटरी हो गई है या यूं कहें कि उज्ज्वला योजना पूरी तरह से फ्लॉप हो गई है..जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस योजना का लाभ जनपद में सिर्फ 54 लोगों को ही मिला। इसके बाद से इस योजना को बजट के आभाव में रोकना पड़ा। जिलापूर्ति कार्यालय दून में ही करीब 900 पात्र लोगों की फाइलों में धूल जमा हो रखी है और रद्दी जैसे पड़ी है. जिन्होंने इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया.
मुख्यमंत्री मुफ्त गैस कनेक्शन योजना (मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना) शुरूआत की थी
आपको बता दें राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से वंचित परिवारों को लाभ देने के लिए मुख्यमंत्री मुफ्त गैस कनेक्शन योजना (मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना) शुरू की। राज्य सरकार ने ऐसे सभी परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन देने के लिए वादा किया था, जिनकी वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये तक है।
योजना में एपीएल, बीपीएल, अंत्योदय कार्ड धारकों को शामिल किया गया
इस योजना में एपीएल, बीपीएल, अंत्योदय कार्ड धारकों को शामिल किया गया था। योजना की शुरुआत में करीब 54 लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन वितरण किया गया। इसके बाद जिलापूर्ति कार्यालय में करीब 12 सौ आवेदन आए। इनमें से लगभग 900 आवेदनकर्ताओं को चिह्नित किया गया, जिनको इस योजना का लाभ दिया जाना था, लेकिन बजट नहीं होने की वजह से इनको गैस कनेक्शन नहीं मिला। अब आवेदनकर्ता रोजाना कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। .
केंद्र की उज्ज्वला में स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू
राज्य की मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना बंद हो जाने की वजह से आवेदनकर्ता जिलापूर्ति कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। जिलापूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि इन आवेदनों में कुछ ऐसे पात्र हैं, जिनकों केंद्र की उज्ज्वला योजना का लाभ मिल सकता है। उनको चिह्नित किया जा रहा है, ताकि केंद्र की योजना का लाभ मिले।.