कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दिसम्बर 2018 से जून 2019 तक नदी में जमकर अवैध खनन किया गया। तहसीलदार से लेकर आला अधिकारी तक सरकार के कहने पर अवैध खनन करा रहे हैं। तहसीलदार भी खनन में पूरी तरह भागीदार हैं।
उन्होंने कहा कि मामले में 3 बार जांच हो चुकी है। तीनों ही बार अवैध खनन की पुष्टि हो चुकी है। जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी जा चुकी है। राजस्व विभाग के उच्चाधिकारियों और मंत्री के संज्ञान में भी मामला है। बावजूद जांच रिपार्ट पर कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सरकार अपने लोगों को बचा रही है। नदियों को अवैज्ञानिक ढंग से बर्बाद किया जा रहा है।