अल्मोड़ा- जिस तेजी से मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना (एमएसबीवाई) का आगाज हुआ, उस रफ्तार से स्वास्थ्य विभाग का अंतिम छोर पर खड़े जरूरतमंद तक पहुंचना चुनौती बन गया है। विभागीय सुस्ती का आलम यह है कि शतप्रतिशत पात्रों के बीमा कार्ड बनाना तो दूर प्रचार प्रसार का सटीक जरिया पंचायत प्रतिनिधियों से तालमेल तक नहीं बैठ सका है। अहम सवाल यह कि लक्ष्य पूरा करने में महज पांच दिन शेष हैं, जनपद में बमुश्किल 50 प्रतिशत लाभार्थियों के ही कार्ड बने हैं। इनमें भी कइयों के नाम, फोटो व पता गलत हैं। 1बीती 27 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शासन ने एमएसबीवाई को धरातल पर उतारने के लिये 15 अगस्त तक की समयावधि तय कर शत प्रतिशत बीमा कार्ड बनाने की गाइड लाइन तय की गई थी। इसका मकसद बीपीएल, गैर आयकरदाता व पेंशनर (एपीएल परिवार) को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिलाना था। ताकि सामान्य व गंभीर रोगियों को 1.75 लाख रुपये का नि:शुल्क उपचार दिया जा सके। मुख्यमंत्री ने बाकायदा ब्लॉक स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों, प्रधान व आशा कार्यकत्रियों को एक मंच पर लाकर विभाग से पात्रों का चयन कर कार्ड बनाने के निर्देश दिये थे। अब जबकि 15 अगस्त करीब है, अल्मोड़ा जनपद में 74000 में से 61000 लोगों के ही कार्ड बने हैं।