देहरादून: आयुष कॉलेजों की मनमानी फीस के विरोध में पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे मेडिकल छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है। आक्रोशित छात्रों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि जल्द अधिकारी छात्रों से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिये मंत्री और अधिकारियों को छात्रों की बात सुनने के निर्देश भी दिये गये हैं।
राज्य सरकार ने एक शासनादेश जारी कर निजी मेडिकल कॉलेजों का शुल्क 80 हजार से बढ़ाकर दो लाख 15 हजार रुपए कर दिया गया था, जिसके बाद छात्र ललित तिवारी ने कोर्ट में सरकार के इस फैसले को चुनौति दी थी। कोर्ट ने 9 जुलाई 2018 को सरकार के इस शासनादेश को निरस्त करने और छात्रों को बढ़े हुए शुल्क को वापस लौटाने के आदेश दिये।
बावजूद इसके कॉलेज छात्रों से बढ़े हुए शुल्क की मांग कर रहे हैं और छात्रों पर कॉलेज की ओर से दबाव बनाया जा रहा है कि बढ़े हुए शुल्क को जमा कराया जाए, जिसके बाद छात्र कॉलेजों से कोर्ट के फैसले के पालन करने की मांग कर रहे हैं। मांग नहीं माने जाने पर छात्र आंदोलन पर उतर गए। जहां पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर बुरी तरह पीठ दिया। इस दौरान दो अनशनकारी छात्रों को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा था।