चम्पावत: क्या कभी आपने ऐसा सुना है कि परीक्षा देने वाले सारे छात्र फेल हो गए हों और परीक्षा नहीं देने वाले सभी छात्र पास हो गए हों ? जी हां ये खबर एकदम सही है। ऐसा कारनाम उत्तराखंड 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सामने आया है। इसको लेकर स्टूडेंट नाराज हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने की मांग की है। चम्पावत जिले के बाराकोट इंटर काॅलेज में जीव विज्ञान विषय की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी तो फेल हो गए, लेकिन, जिन छात्रों ने जीव विज्ञान को पेपर नहीं दिया ही नहीं। उनको पास कर दिया है। फेल होने वाले अभ्यर्थियों में नाराजगी है।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र भेज इस निर्णय पर पुनर्विचार करने के साथ फिर से मूल्यांकन करने का अनुरोध किया है। बाराकोट इंटर काॅलेज में इंटर जीव विज्ञान के पेपर में 19 छात्र-छात्राओं में से 12 ने पेपर दिया था। जबकि सात स्टूडेंट ने परीक्षा नहीं दी थी। परीक्षाफल आया तो जीव विज्ञान का पेपर न देने वाले सभी सात अभ्यर्थी पास हो गए, लेकिन, परीक्षा देने वाले सभी 12 फेल हो गए। कोरोना काल से पूर्व हुए चार अन्य विषयों के पेपरों में पास हैं।
प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी बाराकोट जीआईसी में जीव विज्ञान का पेपर देने वाले सभी 12 परीक्षार्थी जीव विज्ञान में पास नहीं होने से इंटर में फेल हो गए हैं। परीक्षा निपटने के बाद बोर्ड ने यह निर्णय लिया था कि कोरोना की वजह से जून में हुए पेपरों में हिस्सा न लेने वाले अभ्यर्थियों को उनके कुल अंक प्रतिशत के आधार पर छूटे पेपर में भी अंक दे दिए जाएंगे। इस वजह से जिन सात अभ्यर्थियों ने पेपर नहीं दिए, वे पास हो गए।