पहले नोटबंदी और फिर GST की मार से हड़बड़ाए बाजार को आर्थिक सुस्ती से उबारने के लिए और जीएसटी पर हो रही छीछालेदर से बचने के लिए मोदी सरकार ने आम जनता और व्यापारियों को राहत देने की कवायद की है।
नई कवायद में मोदी सरकार ने GST में अब बड़ा बदलाव करते हुए बच्चों की चॉकलेट से लेकर महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन तक और पुरुषों की कलाई घड़ी तक तकरीबन 200 से ज्यादा चीजों पर GST की दरें कम करने ऐलान किया है।
दैनिक उपयोग की 178 वस्तुओं पर 28 फीसदी के बजाय अब 18 फीसदी जीएसटी वसूला जाएगा। सरकार के इस कदम से पेंट और सीमेंट को छोड़कर घर बनाने की सभी वस्तुएं सस्ती हो गई हैं।
इसके अलावा फाइव स्टार होटलों को छोड़कर सभी रेस्त्रां पर एक समान पांच फीसदी का टैक्स लिया जाएगा। शुक्रवार को जीएसटी परिषद की गुवाहाटी में हुई 23वीं बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसले किए गए। अब 28 फीसदी के उच्चतम दर के दायरे में सिर्फ 50 लग्जरी वस्तुएं बच गई हैं। इस निर्णय से सरकार को सालाना 20 हजार करोड़ रुपये के राजस्व की चपत लगेगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने परिषद की बैठक के बाद उसके फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि 13 वस्तुओं पर टैक्स 18 से घटाकर 12 फीसदी, छह वस्तुओं पर 18 से घटाकर पांच फीसदी, छह वस्तुओं पर पांच से घटाकर शून्य और आठ वस्तुओं पर 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी कर दिया गया है। इस फैसले के बाद पेंट और सीमेंट को छोड़कर घर बनाने के सभी सामान सस्ते होंगे।
कंपोजिशन टर्नओवर डेढ़ करोड़
परिषद ने जीएसटी की कंपोजिशन स्कीम के तहत टर्नओवर की सीमा को एक करोड़ रुपये से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये करने का फैसला किया है। इससे छोटे व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी। एक जुलाई को जब जीएसटी लागू किया गया था तो इस स्कीम में टर्नओवर की सीमा 75 लाख रुपये थी, जिसे अक्तूबर में बढ़ाकर एक करोड़ रुपये कर दिया गया था।
मालूम हो कि लगभग डेढ़ दर्जन अप्रत्यक्ष करों की जगह एक जुलाई, 2017 से देश भर में लागू की गई जीएसटी प्रणाली की समीक्षा में इससे पहले 100 से ज्यादा चीजों की दरों में कमी की जा चुकी है और कंपोजिशन स्कीम की सीमा बढ़ाई जा चुकी है। जुलाई के बाद से लगभग हर महीने हुई परिषद की बैठक में जीएसटी की दुश्वारियों को दूर करने की कोशिश की जा रही है।