गोपेश्वर: रेमन मैग्सेसे अवार्डी चिपको आंदोलन के प्रणेता चंडी प्रसाद भट्ट और बोलंदी नंदा के नाम से प्रसिद्ध पद्मश्री बसंती बिष्ट को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की ओर से मानद उपाधि दी जाएगी। दो नवंबर को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में गोपेश्वर कैंपस में आयोजित होने समारोह में दोनों को मानद उपाधि से सम्मानित किया जायेगा।
चिपको प्रेणता रेमन मैग्सेसे पुस्कार से सम्मानित चंडी प्रसाद भट्ट को पर्यावरण के क्षेत्र में और बोलांदी नंदा पद्मश्री बसंती बिष्ट को लोकसंगीत के लिए श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय मानद उपाधि से सम्मानित करेगा। चिपको आंदोलन के प्रेणता चंडी प्रसाद भट्ट को पर्यावरण के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए प्रसिद्ध रेमन मैग्सेसे पुरस्कार सहित पद्मश्री, पद्म विभूषण, गांधी शांति पुरस्कार और अन्य कई प्रतिष्टित पुरस्कार हासिल हैं। वहीं, बसंती बिष्ट भगवती नंदा और उत्तराखंड की पारंपरिक जागर शैली ओर लोग गीत, लोक संगीत को सींचने का काम किया। उन्होंने पहाड़ के लोग संगीत को देश-दुनिया में नई पहचान दिलाई।