चम्पावत : मौत कब, कहां और कैसे आ जाए ये किसी को नहीं पता…कभी राह चलते तो कभी सड़क पर चलते कभी भी किसी को मौत आ सकती है. बात करें उत्तराखंड की तो उत्तराखंड में सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं जिसका कारण कुछ हद राज्य की सड़के हैं तो कुछ हद तक खुद इंसान की गलती से ये हादसे होते हैं.
चम्पावत से लोहाघाट जा रही एक कार पर चीड़ का पेड़ गिर गया
रविवार को एक ओर जहां देहरादून में अनियंत्रित होकर बस पलट गई तो वहीं दूसरी और दुखद खबर चम्पावत जिले से आई. जहां चम्पावत से लोहाघाट जा रही एक कार पर चीड़ का पेड़ गिर गया..इसमे दो महिलाओं की मौत हो गई जबकि कार चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को जिला अस्पताल चम्पावत पहुंचाया गया है। वहीं इस हादसे के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पेड़ के गिरने का कारण आल वेदर रोड के निर्माण में पहाड़ो की कटिंग होना बताया गया है। कार की स्थिति को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक रहा होगा।
दो महिलाओं ने मांगी लिफ्ट
मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह चम्पावत के चक्कू निवासी विनोद चौधरी पुत्र त्रिलोक चौधरी अपनी कार से चम्पावत से लोहाघाट जा रहे थे। तब वो कार में अकेले थे। लेकिन छतार पुल पर खड़ी दो महिलाओं दुर्गा देवी पत्नी प्रेम बल्लभ पांडे हाल निवासी कहलगांव मूल निवासी घिंघरुकोट पाटी और मुन्नी देवी पांडे (55 वर्ष) पत्नी केशर दत्त पांडेय निवासी छतार ने विनोद से लिफ्ट मांगी। सुबह करीब साढ़े 11 बजे जैसे ही कार तिलोन के पास पहुंची तो अचानक चीड़ का एक पेड़ पहाड़ी से कार पर आ गिरा। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. वहीं वहा मौजूद लोगों ने तीनों को कार से बाहर निकलकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि महिलाएं लोहाघाट के वन गांव में महिला संगीत में जा रही थी।