चरस तस्करी के आरोप में पकड़ा गया नेपाली नागरिक गणेश बोरा पुलिस हिरासत से फरार हो गया. आरोपी को बनबसा पुलिस जिला न्यायालय ले जाते समय आरोपी ने बस्तिया नामक स्थान के पास वह लघुशंका के बहाने से गाड़ी रुकवाई और जंगल में हो गया फरार. जिला पुलिस की टीमें फरार आरोपी की तलाश में जुटी है. वहीं लापरवाही के चलते एक दारोगा समेत तीन पुलिस कर्मचारियों को निलंबित किया गया जिनके खिलाफ आवश्यक विभागीय कार्यवाही की जाने की बात भी कहीं गयी।
आरोपी का नाम गणेश बोरा बताया जा रही है जो कि नेपाल के बजांग जिले के ग्राम सुईल, जयपृथ्वी नगर पालिका वार्ड 11 का रहने वाला है. जो नेपाल से चरस की तस्करी कर हरिद्वार और ऋषिकेश में कई आश्रमों में बाबाओं को बेचने था. आरोपी पहले भी नेपाल से भारत चरस लेकर आया है. पुलिस अधिकारियो ने बताया कि आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर रविवार को कोर्ट में पेश करने ले जाया जा रहा था, इसी दौरान वह लघुशंका का बहाना कर जीप से उतरा और पुलिस हिरासत से भाग निकला इस .
पूरे मामले की जांच महिला एसआई राधिका भंडारी को सौंपी गई है. जिला पुलिस की कई टाइम फरार आरोपी की तलाश जुटी हुई है. आरोपी को खोजने के लिए जहां एक और सीमा से लगे जंगली क्षेत्रो में पुलिस की टीमे काम्बिंग कर रही है और ड्रोन कैमरे से खोजने में लगी हुई है तो वहीं क्षेत्र से आने जाने वाले सभी मार्गो पर भी विशेष चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
वहीं इस पूरे मामले में चम्पावत एसपी धीरेंद्र गुंज्याल का कहना है कि जिले के साथ बनबसा, टनकपुर और चल्थी चौकी की पुलिस टीमें आरोपी की तलाश में जुटी हुई हैं. आरोपी के खिलाफ अब पुलिस अभिरक्षा से फरार होने का मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा, साथ ही चरस तस्कर को फरार होने के समय उसे ले कर जा रही पुलिस टीम के खिलाफ भी आवश्यक विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।