हरिद्वार में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी वयोश्री योजना में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत का पारा उस समय चढ़ गया जब कार्यक्रम में केवल 416 लाभार्थियों को जिला प्रशासन द्वारा चयनित किया गया। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने सरकार और जिला प्रशासन को जमकर आड़े हाथों लिया। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने तो यहां तक कह दिया कि जब तक किसी कार्यक्रम में लाभार्थियों की संख्या 1000 नहीं होती, वह कार्यक्रम में नहीं जाते।
सीएम ने केंद्रीय योजनाओं के प्रति लापरवाही बरसने पर जमकर लगाई फटकार
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री गहलोत के संबोधन के बाद खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हस्तक्षेप करते हुए जिला प्रशासन को केंद्रीय योजनाओं के प्रति लापरवाही बरतने पर जमकर फटकार लगाई। मुख्यमंत्री के अनुसार जिला प्रशासन को केंद्रीय योजनाओं के प्रति गंभीर होना चाहिए और जल्द ही भविष्य में एक बार फिर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
आपको बता दें कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा बुजुर्गों की सहायता के लिए वयोश्री योजना का संचालन किया जा रहा है, जिसके तहत 60 साल से ऊपर के नागरिकों को केंद्र सरकार द्वारा व्हीलचेयर, चश्मा और दूसरे सहायक यंत्र उपलब्ध कराए जाते हैं। कार्यक्रम का आयोजन हरिद्वार के ऋषिकुल ऑडिटोरियम में किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और मदन कौशिक ने भी शिरकत की। इसके अलावा स्थानीय सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई भाजपा विधायक भी मौजूद रहे।