क्या है पूरा मामला दरअसल
हस्तिनापुर के तारापुर निवासी अजय कुमार बिजली विभाग में ठेकेदार हैं। अजय ने बताया कि कुछ दिन पहले सेल टैक्स विभाग के जीएसटी ऑडिट सुपरिन्टेन्डेन्ट विकास चौधरी उनकी फर्म मैसर्स अजय कुमार पावर कॉन्टैक्टर पर ऑडिट के लिए पहुंचे थे। आरोप है कि विकास चौधरी ने ऑडिट के दौरान तमाम तरह की खामियां बताते हुए अजय से आठ लाख की डिमांड की। इस मामले में कई दिन तक विकास चौधरी और ठेकेदार अजय के बीच सौदेबाजी चलती रही, जिसके बाद पांच लाख में मामला तय हो गया।
अजय ने सीबीआई से की शिकायत
अजय ने पूरी घटना की शिकायत गुरुवार को गाजियाबाद स्थित सीबीआई कार्यालय में की, जिस पर सीबीआई की टीम ने जाल बिछाते हुए ठेकेदार अजय को रिश्वत की पहली किश्त के रूप में तीन लाख की रकम देकर ऑडिट सुपरिन्टेन्डेन्ट विकास चौधरी से मिलने भेजा। जैसे ही अजय ने विकास के हाथों में रकम थमाई, तभी सीबीआई की टीम ने रिश्वत लेते विकास चौधरी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। देर रात सीबीआई की टीम आरोपी को अपने साथ ले गई। आरोपी विकास चौधरी मूल रूप से मुजफ्फरनगर के शाहपुर का निवासी है, जो फिलहाल कंकरखेड़ा की डिफेंस कॉलोनी में रह रहा था।