देहरादून : अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों का फर्जी प्रवेश दर्शाकर छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप में एक भाजपा विधायक के पुत्र भी कानूनी कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। बिहाईव ग्रुप से जुड़े तीन कॉलेजों के खिलाफ एसआईटी ने धोखाधड़ी, दस्तावेजों में हेराफेरी और करीब सवा करोड़ के गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में बृहस्पतिवार को देहरादून और हरिद्वार के एसएसपी को हाईकोर्ट में पेश होना है। छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआईटी से जुड़े एसआईएस के उप निरीक्षक मनोज नेगी ने सहसपुर थाने में बिहाईव कॉलेज ऑफ एडवांस स्टडीज सेलाकुई, बिहाईव कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और बिहाईव कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जिला समाज कल्याण अधिकारी की तरफ से शैक्षिक सत्र 2011-12 में 35 छात्र-छात्राआें के नाम पर 16 लाख 24 हजार तीन सौ रुपये, 2012-13 में चार छात्र-छात्राओं के लिए एक लाख 41 हजार दो सौ, 2013-14 में 110 छात्रों के नाम पर 42 लाख 31 हजार आठ सौ रुपये, 2014-15 में 69 छात्रों के लिए 25 लाख 13 हजार 760 रुपये, 2015-16 में 84 छात्रों के लिए 27 लाख 40 हजार सात सौ रुपये और 2016-17 में 32 छात्रों के लिए नौ लाख 78 हजार एक सौ रुपये (कुल मिलाकर एक करोड़ 22 लाख 29 हजार आठ सौ रुपये) खातों में स्थानांतरित किए गए।