नारसन, रुड़की- उत्तराखंड में आम जनता के लिए सेहत के सरकारी इंतजाम अपनी लापरवाही के चलते इतने नकारा हो गए हैं कि आम जनता ने इन पर भंरोसा करना छोड दिया है।
इन अस्पतालों में अब सिर्फ माली हालत से बेहद मजबूर जनता ही जाती है। लिहाजा गरीब-गुरबों पर नजरें इनायत करने के बजाए धरती के भगवान मरीज को ऐसा ट्रीटमेंट देते हैं कि बेचारे मरीज के साथ डाक्टरों की काबिलियत भी मीडिया की सुर्खियां बन जाता है।
ताजा मामला आया है नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जहां सरकारी डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। खबर के मुताबिक एक महिला ने अस्पताल में बीते जनवरी माह में 25 जनवरी 2017 आयोजित परिवार नियोजन शिविर में नसबंदी कराई थी। लेकिन अस्पताल में तैनात काबिल चिकित्सकों ने इतनी तसल्ली से महिला की नसबंदी की कि, बेचारी महिला गर्भवती हो गई।
पहले से ही दो बच्चों की मां उस महिला की कोख में नसबंदी के बाद जुड़वां बच्चे पल रहे हैं। हैं।। नारसन कला गांव की पीड़िता तीन माह की गर्भवती है। जिसकी शिकायत उसने सीएमओ से की है। हालांकि सीएमओ ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है।
बताया जा रहा है कि शिकायत की नौबत इसलिए आई कि उसने नसबंदी के अपने कागजात चिकित्सकों को दिखाए और बताया कि वह तो 25 जनवरी को नसबंदी करवा चुकी है। उसने इसे डॉक्टरों की लापरवाही बताई लेकिन डॉक्टरों ने उसकी बात को अनसुना करते हुये कहा कि जिस महिला चिकित्सक ने नसबंदी की थी, उनसे जाकर मिलें। इस पर महिला और उसके परिजनों ने मामले की शिकायत सीएमओ से की है