रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गए. राजनीति के मैदान में हार जीत तो लगी रहती है. कोई जीत की खुशी मनाता है तो कोई हार का गम लेकिन हार के बाद हिंसा का रुप अपनाना और नुकसान पहुंचाना जुर्म है जो की हार से कई गुना दुखदाई है.
जी हां मामला रुद्रप्रयाग के गुप्तकाशी के शल्या गांव का है. जहां परिणाम आने के बाद हारने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों ने जमकर हंगामा करते हुए जीतने वाले प्रत्याशी की पिटाई तो की ही साथ ही साथ ही उसकी गाड़ी में आग भी लगा दी.
आपको बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद गुप्तकाशी के शल्या गांव में लक्ष्मण सिंह रावत प्रधान पद पर विजयी घोषित हुए और वीरेंद्र सिंह रावत को उन्होंने मात दी. उन्होंने हारने वाले प्रत्याशी के समर्थकों पर हार न पचा पाने पर मारपीट का आऱोप लगाया और गाड़ी में आग लगा दी. वहीं ग्रामीणों ने बीच-बचाव के बाद मामला शांत करवाया.
आरोप है कि हारने वाले प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह के समर्थकों और वीरेंद्र सिंह रावत के बेटे चैत सिंह के साथ लोक सिंह और अशोक ने नव निर्वाचित प्रधान लक्ष्मण सिंह की मैक्स गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान जीते प्रत्याषी लक्ष्मण सिंह उसमें बैठे थे. गनीमत रही कि लक्ष्मण सिंह और ड्राइवर चरण सिंह समय से वाहन से बाहर निकल गए और उनकी जान बच गई.
वहीं इसकी शिकायत गुप्तकाशी थाने में की गई जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. एसपी रुद्रप्रयाग अजय सिंह ने बताया कि तीनों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है और कानूनन उन पर कार्रवाई की जाएगी.