ऊधमसिंह नगर पुलिस एक के बाद एक कई बार अभियान चला चुकी है। उसके बावजूद कच्ची शराब बननी बंद नहीं हो रही है। पुलिस जितनी बार शराब को नष्ट करती है। शराब तस्तर उतनी ही बार फिर से कच्ची शराब की भट्टी लगा लेते हैं। इससे पुलिस के अभियान नाकाम हो जाते हैं।
सबसे बड़ा कारण ये है कि जब भी कच्ची शराब पकड़ी जाती है। पुलिस उसकी तह तक नहीं जाती। मौके से पकड़े गए आरोपियों को जेल भेजने तक ही सिमट कर रह जाती है। वो जमानत पर रिहा होने के बाद फिर से उसी धंधे में जुट जाते हैं। पुलिस भी कुद दिन अभियान चलाकर शांत हो जाती है, जिसका शराब तस्कर लाभ उठाते हैं।