पिछले सोलह सालों में हर बार मुद्दा उठ रहा है कि सरकार पहाड़ों में चकबंदी को प्रोत्साहित करे ताकि पहाड़ में किसान को अपने खेत एक ही जगह मिल सकें और वो खुशहाल बन सकें। हालांकि इस बार सूबे के कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने सदन को भंरोसा दिलाया है कि जल्द ही राज्य के पर्वतीय इलाकों में चकबंदी होगी । देखना ये है कि अच्छे ख्याल को सरकार कैसे अमलीजामा पहनाती है क्योंकि पहाड़ों में बिखरी जोतों की चकबंदी अबूज पहेली की तरह हैं जिनका हल करना फिलहाल चुटकी बजाना नहीं है। लेकिन ये भी तय है कि अगर सरकार अपनी बात को पत्थर की लकीर बनाने में कामयाब रही तो उत्तराखंड के पहाड़ों में न केवल खुशहाली लौटेगी बल्कि समृद्धि भी आसानी से आ जाएगी।