देहरादून : राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आज कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की कोर्ट में पेशी हुई….कोर्ट में अपनी हाजिरी लगाने के बाद दोनों नेताओँ ने कहा कि जनता की समस्याओं को लेकर विधानसभा का घेराव किया गया था जो अपराध नहीं था. कहा कि जनता की समस्याओँ को उठाना जरूरी था जिस वजह से विधानसभा का हमने घेराव किया था.
आपको बता दें कि 20 दिसंबर 2009 को विधानसभा कूच के दौरान शांतिभंग के आरोप में करीब 25 नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था इसी मुकदमे के चलते नेताओं की कोर्ट में पेशी हुई थी.
ये-ये मंत्री थे शामिल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (तत्कालीन कांग्रेस नेता), सांसद (राज्यसभा सदस्य) प्रदीप टाम्टा, विधायक कुंवर प्रणव सिंह, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल,कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, पूर् कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष किशोर उपाध्य, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना, संग्राम सिंह पुंडीर, भूपेंद्र उर्फ बिल्लू, महेश शर्मा, विजय सिंह चौहान, मनीष नागपाल, विवेक खंडूरी, शिवेश बहुगुणा, टिंकल अरोड़ा, विकास चौधरी, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्ममचारी और राव असफाक।