देहरादून । संवाददाता- उत्तराखण्ड, देश के राज्यों में तकनीकी शिक्षा पर सर्वाधिक धनराशि व्यय करने वाला राज्य है, जबकि शिक्षा के क्षेत्र में भी हम दिल्ली के बाद इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा धनराशि खर्च करने वाला राज्य है। राज्य में पिछले दो वर्षाें में 40 महाविद्यालयों की स्थापना की गई तथा आईटीआई पाॅलिटेक्निक काॅलेजों की स्थापना में 40 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। ये बात राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उस वक्त कही जब वे रानीपोखरी के घमंडपुर में राजकीय पॉलीटेक्निक भवन का शिलान्यास कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 2025 तक 25 करोड़ दक्ष मानव संसाधनों की जरूरत होगी, इसके लिये राज्य में स्किल डेवलमेंट के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दक्षता की ओर कदम बढ़ाने से तरक्की की राह भी आसान होगी। आज उत्कृष्टता का ही मूल्य है, हमें अपने कार्याें में गुणवत्ता के साथ तकनीकि दक्षता हासिल करनी होगी। दक्ष मानव संसाधन तैयार करने के लिये तकनीकि शिक्षा जरूरी है, इसलिये राज्य सरकार तकनीकी शिक्षा के प्रति भी विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि डोईवाला व रायवाला राजधानी से जुड़े विकासखण्ड है ये ब्लाॅक खेती के आधुनिकीकरण एवं उद्यमिता विकास में सहाभागी बन कर देश को राह दिखा सकते हैं।