बागेश्वर- राज्य के भीतर इस साल सरकार ने एक हजार सड़कों पर काम शुुरू किया है। 2018 तक कोई भी गांव बिना सड़क के नहीं रहेगा। हर गांव को सड़क से जोड़ने का मकसद है गांव के उत्पाद को शहर बाजार तक पहुंचना ताकि गांव की आमदनी बढ़ सके। गांव उत्पादन का केंद्र बनेंगे और शहर बाजार उपभोग के। ये बात राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कपकेाट विधान सभा क्षेत्र के केदारीबगड़ में आयोजित जनसभा के दौरान कही।
इस मौके पर सीएम ने क्षेत्र के विकास के लिए 141 करेाड़ 57
लाख 27 हजार की लागत वाली 20 योजनाओं का लोकार्पण और 46 योजनाओं का शिलान्यास किया। जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने जानकारी दी कि, पहाड का मडुवा,झंगोरा, भट्ट,गहत की दाल का खरीद का मूल्य सरकार ने तय कर दिया है। उन्हें उम्मीद है कि अब ग्रामीणों को अपना उत्पादन बेचने मे दिक्कत नहीं आएगी। समर्थन मूल्य उत्पादको को उत्पाद बेचने में मजबूती देगा।
वहीं सीएम ने कहा कि जंगलों को आग से बचाने और उनकी हिफाजत करने के लिए छः विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। जंगल में जल संरक्षण के लिए जल संबर्द्धन और सरंक्षण के लिए चाल-खाल को बढावा दिया जा रहा है। ताकि जंगलों में पानी की कमी न हो सके। पानी भरपूर होगा तो जंगली जानवर और पेड़ दोनों जिंदा रहेंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जिले को खुले में शौच से मुक्त करने तथा सेना एवं अर्द्धसैनिक बल में कार्यरत सेैनिकों के परिजनों की शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए जिले में अलग से प्रकोष्ठ स्थापित करने पर जिलाधिकारी की तारीफ की।