ऊखीमठ । तीस साल पहले 26 जून 2013 की उस काली रात को कोई नहीं भूल सकता। इस काली रात ने अपने साथ मौत का मंज़र लाया था। उस रात जलजले ने केदार नगरी में हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। किसी के परिवार तबाह हुए तो कोई परिवार को छोड़कर मौत के मुंह में समा गए। इसी तबाही से उभार ने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि केदारनाथ धाम को 2018 में भव्यता नगरी के रूप में विकसित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केदारघाटी के लोगों के साहस, सहयोग और हिम्मत से केदारनाथ यात्रा फिर से पटरी पर लौटी है। यह बात उन्होंने ऊखीमठ स्थित राजकीय इन्टर कालेज में लगे तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेले के शुभारंभ में कही। मेले में सीएम हरीश रावत ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मद्महेश्वर मेले के लिए दो लाख रूपये और नगर पंचायत ऊखीमठ को पांच लाख रूपये देने की घोषणा की।