हल्द्वानी,संवाददाता-उत्तराखंड के पहाड़ फिर उदास हो गए हैं। पांच दिन चहल-पहल में कब बीते पता ही नही चला। दिवाली की छुट्टी खत्म होने के बाद पहाड़ के बेटे वापस नगरों और महानगरों की ओर अपनी रोजी-रोटी के लिए जाने लग गए हैं। उदास मन के साथ आए परिवार बस अड्डो पर और परेशान हो गए हैं। हल्दवानी रोड़वेज स्टेशन पर आलम ये है कि मुसाफिर ज्यादा हैं और परिवहन निगम के पास बसे कम। मुसाफिर एक दूसरे से पूछ रहे हैं सूबे के सरकार ने जो पुराने जमाने की नई बसें खरीदी वो कहां है ? आखिर वो बसे कब और किसके काम आएंगी ?
बहरहाल आज की तारीख में हल्द्वानी रोडवेज स्टेंड पर परिवहन निगम की बसों की किल्लत बरकरार है जिसके चलते यात्रियों की फजीहत हो रही है। मुसाफिर घंटो इंतजार कर रहे हैं लेकिन बस अपनी सेवा देने को कतरा रही हैं। एक अनार सौ बीमार वाली हालत हो रखी है। बावजूद इसके परिवहन निगम के पूछताछ केंद्र में कोई कर्मचारी या अधिकारी इस बारे में जवाब देने को तैयार नहीं है। ऐसे में परिवहन निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है।