देहरादून : उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुुरु हो चुकी है। दर्शन के लिए धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित की गई है लेकिन सीमित संख्या से अधिक क्षद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं जिन्हे पुलिस द्वारा रोका जा रहा है। कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन किया। ई पास को लेकर मारा मारी हो रही है। इस मामले की सीएम ने संज्ञान लिया।।
चारों धामों में तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ाने को लेकर फिर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बयान देते हुए कहा है कि सरकार की कोशिश है कि चारों धामों में यात्रियों की संख्या बढ़ाई जाए और इस को लेकर सरकार कोर्ट में पक्ष भी रखने जा रही हैं। सीएम ने कहा कि बड़ी तादाद में श्रद्धालु चारों धामों पर आना चाहते हैं लेकिन सीमित संख्या की वजह से श्रद्धालु चारों धामों पर नहीं आ पा रहे हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारों धामों में सुबह 11:00 बजे तक ही श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं और उसके बाद चारों धाम खाली नजर आ रहे हैं, इसलिए सरकार कोर्ट में यात्रियों की संख्या बढ़ाने को लेकर पक्ष रखेगी. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि जो भी व्यवस्थाएं सरकार को चारधाम यात्रा को लेकर करनी होंगी सरकार वो तैयारी पूरी कर लेगी।
राज्य और बाहर से आने वाले यात्रियों को चारधामों के दर्शन के लिए देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in पर पंजीकरण अनिवार्य है। जिसके बाद बोर्ड की ओर से ई-पास जारी किया जाता है। शासन के संज्ञान में आया कि पंजीकृत तीर्थ यात्रियों में से प्रतिदिन कम यात्री ही दर्शन करने को पहुंच रहे हैं।
प्रतिदिन इतने तीर्थ यात्रियों की है अनुमति
धाम प्रतिदिन यात्री संख्या
बदरीनाथ 1000
केदारनाथ 800
गंगोत्री 600
यमुनोत्री 400
कुल 2800